गरज बरस प्यासी धरती पर फिर पानी दे मौला / निदा फ़ाज़ली

गरज बरस प्यासी धरती पर फिर पानी दे मौला चिड़ियों को दाना, बच्चों को गुड़धानी दे मौला दो और दो का जोड़ हमेशा चार कहाँ होता है सोच समझवालों को थोड़ी नादानी दे मौला फिर रोशन कर ज़हर का प्याला चमका नई सलीबें झूठों की दुनिया में सच को ताबानी दे मौला फिर मूरत से… Continue reading गरज बरस प्यासी धरती पर फिर पानी दे मौला / निदा फ़ाज़ली

बेसन की सोंधी रोटी पर / निदा फ़ाज़ली

बेसन की सोंधी रोटी पर खट्टी चटनी जैसी माँ याद आती है चौका-बासन चिमटा फुकनी जैसी माँ बाँस की खुर्री खाट के ऊपर हर आहट पर कान धरे आधी सोई आधी जागी थकी दोपहरी जैसी माँ चिड़ियों के चहकार में गूंजे राधा-मोहन अली-अली मुर्ग़े की आवाज़ से खुलती घर की कुंडी जैसी माँ बिवी, बेटी,… Continue reading बेसन की सोंधी रोटी पर / निदा फ़ाज़ली

Shauq Ko Aazime Safar Rakhiye/ शौक़ को आज़िम-ए-सफ़र रखिए / निकहत इफ्तिखार

Shauq Ko Aazime Safar Rakhiye Bekhabar Banke Sab Khabar Rakhiye Chahe Nazrein Ho Aasmanon Par Paon Lekin Zameen Par Rahkhiye Baat Hai Kya Yeh Kaun Parkhega Aap Lehje Ko Purasar Rakhiye Jaane Kis Waqt Kooch Karna Ho Apna Saaman Mukhtasar Rakhiye Dil Ko Khud Dil Se Raah Hoti Hai Kis Liye Nam A Bar Rakhiye… Continue reading Shauq Ko Aazime Safar Rakhiye/ शौक़ को आज़िम-ए-सफ़र रखिए / निकहत इफ्तिखार

Meri Chahat Ki Bohat Lambi Saza Do Mujhko / मेरी चाहत की बहुत लम्बी सज़ा दो मुझ को / निकहत इफ्तिखार

Meri Chahat Ki Bohat Lambi Saza Do Mujhko Karb E Tanhai Mein Jeeney Ki Dua Do Mujheko Fun Tumhara Tou Kisi Aur Se Mansooh Howa Koi Meri Hi Ghazal Hi Akar Suna Do Mujhko Haal Behaal Hai, Tareek Hai Mustakbil Bhi Ban Pare Tum Se Tou Maazi Mera La Do Mujhko Akhri Shama Hoon Mein… Continue reading Meri Chahat Ki Bohat Lambi Saza Do Mujhko / मेरी चाहत की बहुत लम्बी सज़ा दो मुझ को / निकहत इफ्तिखार

ख़ुद्दारियों के ख़ून को अरज़ां न कर सके / साहिर लुधियानवी

ख़ुद्दारियों के ख़ून को अरज़ाँ न कर सके हम अपने जौहरों को नुमायाँ न कर सके होकर ख़राब-ए-मय तेरे ग़म तो भुला दिये लेकिन ग़म-ए-हयात का दरमाँ न कर सके टूटा तलिस्म-ए-अहद-ए-मोहब्बत कुछ इस तरह फिर आरज़ू की शमा फ़ुरेज़ाँ न कर सके हर शय क़रीब आ के कशिश अपनी खो गई वो भी इलाज-ए-शौक़-ए-गुरेज़ाँ… Continue reading ख़ुद्दारियों के ख़ून को अरज़ां न कर सके / साहिर लुधियानवी

अहले-दिल और भी हैं / साहिर लुधियानवी

अहले-ए-दिल और भी हैं अहल-ए-वफ़ा और भी हैं एक हम ही नहीं दुनिया से ख़फ़ा और भी हैं हम पे ही ख़त्म नहीं मस्लक-ए-शोरीदासरी चाक दिल और भी हैं चाक क़बा और भी हैं क्या हुआ गर मेरे यारों की ज़ुबानें चुप हैं मेरे शाहिद मेरे यारों के सिवा और भी हैं सर सलामत है… Continue reading अहले-दिल और भी हैं / साहिर लुधियानवी

किसी को उदास देख कर / साहिर लुधियानवी

तुम्हें उदास सा पाता हूँ मैं काई दिन से ना जाने कौन से सदमे उठा रही हो तुम वो शोख़ियाँ, वो तबस्सुम, वो कहकहे न रहे हर एक चीज़ को हसरत से देखती हो तुम छुपा छुपा के ख़मोशी में अपनी बेचैनी ख़ुद अपने राज़ की ताशीर बन गई हो तुम मेरी उम्मीद अगर मिट… Continue reading किसी को उदास देख कर / साहिर लुधियानवी

भड़का रहे हैं आग लब-ए-नग़्मागार से हम / साहिर लुधियानवी

भड़का रहे हैं आग लब-ए-नग़्मागार से हम| ख़ामोश क्या रहेंगे ज़माने के डर से हम| कुछ और बड़ गए अंधेरे तो क्या हुआ, मायूस तो नहीं हैं तुलु-ए-[ithoughts_tooltip_glossary-tooltip content=”शाम”]सहर[/ithoughts_tooltip_glossary-tooltip] से हम| ले दे के अपने पास फ़क़त एक नज़र तो है, क्यूँ देखें ज़िन्दगी को किसी की नज़र से हम| माना कि इस ज़मीं को… Continue reading भड़का रहे हैं आग लब-ए-नग़्मागार से हम / साहिर लुधियानवी

मैंने जो गीत तेरे प्यार की ख़ातिर लिक्खे / साहिर लुधियानवी

मैंने जो गीत तेरे प्यार की ख़ातिर लिक्खे आज उन गीतों को बाज़ार में ले आया हूँ आज दुकान पे नीलाम उठेगा उन का तूने जिन गीतों पे रक्खी थी मुहब्बत की असास आज चाँदी की तराज़ू में तुलेगी हर चीज़ मेरे अफ़कार मेरी शायरी मेरा एहसास [असास=नींव; अफ़कार=लेख] जो तेरी ज़ात से मनसूब थे… Continue reading मैंने जो गीत तेरे प्यार की ख़ातिर लिक्खे / साहिर लुधियानवी

ये हुस्न तेरा ये इश्क़ मेरा / साहिर लुधियानवी

ये हुस्न तेरा ये इश्क़ मेरा रंगीन तो है बदनाम सही मुझ पर तो कई इल्ज़ाम लगे तुझ पर भी कोई इल्ज़ाम सही इस रात की निखरी रंगत को कुछ और निखर जाने दे ज़रा नज़रों को बहक जाने दे ज़रा ज़ुल्फ़ों को बिखर जाने दे ज़रा कुछ देर की ही तस्कीन सही कुछ देर… Continue reading ये हुस्न तेरा ये इश्क़ मेरा / साहिर लुधियानवी