हम तिलचट्टों की तरह (समर्पण पृष्ठ) / एकांत श्रीवास्तव

हम तिलचट्टों की तरह
पैदा नहीं हुए नीम अंधेरों में
दीमकों की तरह नहीं
सीलन भरी जगहों में
उस आदिम स्त्री की कोख में
मनु का पुआर बनकर गिरे हम
और धरती पर आए
हमारी कहानी पत्थरों से
आग पैदा करने की कहानी है ।

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