गौर से देखो तो हर चेहरे की बेनूरी का राज / फ़रहत एहसास

गौर से देखो तो हर चेहरे की बेनूरी का राज
बादशाह-ए-वक़्त के चेहरे की ताबानी में है !

चाँद भी हैरान दरिया भी परेशानी में है
अक्स किसका है कि इतनी रौशनी पानी में है !

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