जौं लौं जीवै तौं लौं हरि भजु / हरिदास

जौं लौं जीवै तौं लौं हरि भजु, और बात सब बादि। दिवस चारि को हला भला, तू कहा लेइगो लादि॥ मायामद, गुनमद, जोबनमद, भूल्यो नगर बिबादि। कहि ‘हरिदास लोभ चरपट भयो, काहे की लागै फिरादि॥

तिनका बयारि के बस / हरिदास

तिनका बयारि के बस। ज्यौं भावै त्यौं उडाइ लै जाइ आपने रस॥ ब्रह्मलोक सिवलोक और लोक अस। कह ‘हरिदास बिचारि देख्यो, बिना बिहारी नहीं जस॥