चोरिका / संतोष कुमार चतुर्वेदी

माँ बताती थी हमें अक्सर यह बात कि प्यास को महसूसने वाले ही जानते है प्यास की महत्ता को भूख का दंश भुगतने वाले ही पहचानते हैं अनाज के मर्म को बाकी तो महज लफ्फाजी करते हैं माँ भूख-प्यास के सरगम से वाकिफ थी भलीभांति इसलिए उसने नखलिस्तान की दुर्गम लय पर गाना सीखा था… Continue reading चोरिका / संतोष कुमार चतुर्वेदी

परिवहन निगम की बस में सांसद-विधायक सीट / संतोष कुमार चतुर्वेदी

परिवहन निगम की बस में यात्रा करते हुए आपने भी देखा होगा कि एक समूची सीट के उपर दर्ज होता है यह ‘माननीय सांसद / विधायक के लिए’ इतने दिनों की यात्रा में मुझे कभी नहीं दिखाई पड़े कोई माननीय बस में अपने लिए आरक्षित सीट पर बैठ कर यात्रा करते हुए परिचितों ने भी… Continue reading परिवहन निगम की बस में सांसद-विधायक सीट / संतोष कुमार चतुर्वेदी