चमत्कार / रामनरेश त्रिपाठी

कोई कहता था सोच तब की मनोव्यथा तू जग सपना था समझेगा जब मन में। आँखें हैं खुली तो खोल कान भी अजान यह सभा बन जायगी कहानी एक छन में॥ ऐसा हुआ एक दिन आँखें बंद पाके मेरे प्राणनाथ आ गए अचानक भवन में। एक ही झलक में पलक कुछ ऐसी खुली हो गया… Continue reading चमत्कार / रामनरेश त्रिपाठी

पश्चाताप / रामनरेश त्रिपाठी

सरके कपोल के उजाले में दिवस, रात केशों के अँधेरे में निकल भागी पास से। संध्या बालपन की युवापन की आधी रात मैंने काट डाली क्षणभंगुर विलास से॥ श्वेत केश झलके प्रभात की किरन-से तो आँखें खुलीं काल के कुटिल मदहास से। मेरे करुनानिधि का आसन गरम होगा कौन जाने कब मेरे शीतल उसास से॥

उपचार / रामनरेश त्रिपाठी

हृदय को हम सदा तेरे लिए तैयार करते हैं। तुझे आनंद-सा सुख-सा सदा हम प्यार करते हैं॥ तुझे हँसता हुआ देखें किसी दुखिया के मुखड़े पर। इसी से सत्पुरुष प्रत्येक का उपकार करते हैं॥ बताते हैं पता तारे गगन में और उपवन में, सुमन संकेत तेरी ओर बारंबार करते हैं॥ अनोखी बात है तेरे निराले… Continue reading उपचार / रामनरेश त्रिपाठी

तेरी छवि / रामनरेश त्रिपाठी

हे मेरे प्रभु! व्याप्त हो रही है तेरी छवि त्रिभुवन में। तेरी ही छवि का विकास है कवि की वाणी में मन में॥ माता के नःस्वार्थ नेह में प्रेममयी की माया में। बालक के कोमल अधरों पर मधुर हास्य की छाया में॥ पतिव्रता नारी के बल में वृद्धों के लोलुप मन में। होनहार युवकों के… Continue reading तेरी छवि / रामनरेश त्रिपाठी

अन्वेषण / रामनरेश त्रिपाठी

मैं ढूँढता तुझे था, जब कुंज और वन में। तू खोजता मुझे था, तब दीन के सदन में॥ तू ‘आह’ बन किसी की, मुझको पुकारता था। मैं था तुझे बुलाता, संगीत में भजन में॥ मेरे लिए खड़ा था, दुखियों के द्वार पर तू मैं बाट जोहता था, तेरी किसी चमन में॥ बनकर किसी के आँसू,… Continue reading अन्वेषण / रामनरेश त्रिपाठी

हे प्रभो आनन्ददाता ज्ञान हमको दीजिए / रामनरेश त्रिपाठी

हे प्रभो! आनन्द दाता ज्ञान हमको दीजिए। शीघ्र सारे दुर्गुणों को दूर हमसे कीजिए। लीजिए हमको शरण में हम सदाचारी बनें। ब्रह्मचारी धर्मरक्षक वीर व्रत-धारी बनें॥ प्रार्थना की उपर्युक्त चार पंक्तियाँ ही देश के कोने-कोने में गायी जाती हैं। लेकिन सच तो ये है कि माननीय त्रिपाठी जी ने इस प्रार्थना को छह पंक्तियों में… Continue reading हे प्रभो आनन्ददाता ज्ञान हमको दीजिए / रामनरेश त्रिपाठी