दिल-ए-दीवाना अर्ज़-ए-हाल पर माइल तो क्या होगा / ‘क़ाबिल’ अजमेरी
दिल-ए-दीवाना अर्ज़-ए-हाल पर माइल तो क्या होगा मगर वो पूछे बैठे खुद ही हाल-ए-दिल क्या होगा हमारा क्या हमें तो डूबना है डूब जाएँगे मगर तूफान जा पहुँचा लब-ए-साहिल तो क्या होगा शराब-ए-नाब ही से होश उड़ जाते है इन्सां …