लाल टमाटर, हरे टमाटर / हरि मृदुल

लाल टमाटर, हरे टमाटर सभी टमाटर गोल, कितने रुपए किलो टमाटर भैया, जल्दी बोल। लाल टमाटर, हरे टमाटर कितने लेने मोल, अच्छे-ताजे, नए टमाटर अपना थैला खोल। लाल टमाटर, हरे टमाटर एक किलो दे तोल, लेकिन सब थे सड़े टमाटर खुली अचानक पोल!

सूरज लगे आग का गोला / हरि मृदुल

सूरज लगे आग का गोला चंदा लगे कटोरी, सूरज किरनें पीला सोना लगे चाँदनी गोरी। बड़ा अनोखा इंद्रधनुष है सतरंगा चमकीला, गोल-गोल कुछ झुका-झुका-सा रंग-बिरंगा टीला। ये पतंग है कैसी जिसकी दीख पड़े ना डोरी! आसमान में पंछी उड़ते ऐसे साँझ-सवेरे, लटक रही हो रस्सी जैसे घर के ऊपर मेरे। करे न कोई आपाधापी करे… Continue reading सूरज लगे आग का गोला / हरि मृदुल