मोहर हाथी पर लाऊंगी, मनै जी तै प्यारा लागै सै / अमर सिंह छाछिया

मोहर हाथी पर लाऊंगी, मनै जी तै प्यारा लागै सै
हे, हे मेरी भाण।…टेक

मायावती की रेली म्हं इतनी संख्या भारी
आज तलक ना आई, देखण म्हं इतणी दुनियादारी
लाखां तै भी ऊपर जनता इतनी जारी
चारूं तरफ नै देख्या मनै चौगरदे आरी
लागै नारे मिलकै सारे यौ समाज आगै सै।…

माला घाली करूं स्वागत फूली नहीं समाई।
वोट इसे के देऊंगी म्हारै या ऐ समझ म्हं आई।
सदा देवते आए इननै ना म्हारी होई सुणाई।
दिन धौली म्हं करै बेज्जती सरकार गुंडा की आई।
कर दो खाट खड़ी इनकी के थारा साला लागै सै…

सखी-सहेली एक हाण की नाचती कूदती आवै सै।
कोए मारै मुक्का कोए देरी धक्का फाग-सा खिलावै सै।
जैसे बाज पड़े चिड़ियां पै न्यू झपट सी चलावै सै।
गावै गीत मस्ती म्हं न्यू जी सा लावै सै।
सबका बोल मिलै एक-सा खटक-सी लावै सै…

कांशीराम इन गरीबां पै जान तलक भी दे देगा।
इसका समर्थन करो भाण यो थारे पूरे कर देगा।
बी.एस.पी. आई तो थारै त्यौहार-सा मन जा गा।
होवै शौक विरोधियां कै उनकै नाग-सा लडऋ जा गा।
अमरसिंह छाछिया यो बड़सी का भजन इसे कै छापै सै…