जब घर से निकली तो / रीता अरोरा

जब घर से निकली तो
बिलकुल अकेली थी मैं
जब मुसीबतों ने घेरा मुझे
तो मदद करने वालों की
कोई कमी नहीं थी जहान् में

प्रस्तुति – रीता जयहिंद