ये ब्रिजराजकूं अर्ज मेरी / मीराबाई

ये ब्रिजराजकूं अर्ज मेरी। जैसी राम हमारी॥ध्रु०॥
मोर मुगुट श्रीछत्र बिराजे। कुंडलकी छब न्यारी॥१॥
हारी हारी पगया केशरी जामा। उपर फुल हाजारी॥२॥
मीरा कहे प्रभु गिरिधर नागर। चरणकमल बलिहारी॥३॥

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *