गरीब तो गरीबे होर्‌या यो अमीर लूट मचार्‌हा / अमर सिंह छाछिया

गरीब तो गरीबे होर्‌या यो अमीर लूट मचार्‌हा।
अनमोल वोट थारा यो पव्वै के म्हं जार्‌हा।…टेक

राजनीति सत्ता की चाबी थारै हाथ म्हं आगी।
जो डॉ. अम्बेडकर लिखग्या था वा थारे सीनै म्हं लागी।
बहुजन समाज पार्टी आलां कै खटक इसकी लागी।
थारे सारे पूरे कर देगी जै सरकार म्हारी आगी।
थारे बोट, राज इनका क्यों बेज्जती करा र्‌हा…

थारे काम के सारे दरवाजे खोल सको सो।
बी.एस.पी. के कैंडीडेट थाम भी दीवारा पै लिख सको सो
सरकार म्हारी ए आवैगी थाम भी ऐलान कर सको सो।
जो थारे पै करै वकालत उसनै जवाब दे सको सो।
ये सारे फिरैं भाजदे ईबकै इनकै पसीना आर्‌हा…

थारी जीत का अलबम बणावै गा।
कोऐ भी ना देख सकै ओड़ै बटण दबावै गा।
जो टक्कर म्हं आवै थारै वो जान्दा ए खाट लेवै गा।
उसकी नाड़ी जा ली कुहणी म्हं वो हफ़्ता मुश्कल लेवै गा।
कदे जिन्दगी म्हं इलेक्शन लड़ै नहीं वो हाथी की फेट म्हं आर्‌हा…

या मोहर हाथी कै लावैगी जनता भी स्याणी होगी।
फुल बहुमत आया इसका सरकार भी या म्हारी होगी।
मायावती आवै प्रधानमंत्री मन की चाही भी होगी।
नाचैं कुदैं गावैं गीत खुशी सारै ए होगी।
अमरसिंह यो बड़सी का जी सा ले र्‌हा…