ये वक़्त क्या है? ये क्या है आख़िर कि जो [ithoughts_tooltip_glossary-tooltip content=”लगातार”]मुसलसल[/ithoughts_tooltip_glossary-tooltip] गुज़र रहा है ये जब न गुज़रा था, तब कहाँ था कहीं तो होगा गुज़र गया है तो अब कहाँ है कहीं तो होगा कहाँ से आया किधर गया है ये कब से कब तक का सिलसिला है ये वक़्त क्या है ये… Continue reading वक़्त
इक पल गमों का दरिया
इक पल गमों का दरिया, इक पल खुशी का दरिया रूकता नहीं कभी भी, ये ज़िन्दगी का दरिया आँखें थीं वो किसी की, या ख़्वाब की ज़ंजीरे आवाज़ थी किसी की, या रागिनी का दरिया इस दिल की वादियों में, अब खाक उड़ रही है बहता यहीं था पहले, इक आशिकी का दरिया किरनों में… Continue reading इक पल गमों का दरिया
भूख
आँख खुल मेरी गई हो गया मैं फिर ज़िन्दा पेट के अन्धेरो से ज़हन के धुन्धलको तक एक साँप के जैसा रेंगता खयाल आया आज तीसरा दिन है आज तीसरा दिन है एक अजीब खामोशी से भरा हुआ कमरा कैसा खाली-खाली है मेज़ जगह पर रखी है कुर्सी जगह पर रखी है फर्श जगह पर… Continue reading भूख
प्यास की कैसे लाए
प्यास की कैसे लाए [ithoughts_tooltip_glossary-tooltip content=”सामना करना का साहस”]ताब[/ithoughts_tooltip_glossary-tooltip] कोई नहीं दरिया तो हो [ithoughts_tooltip_glossary-tooltip content=”मरीचिका”]सराब[/ithoughts_tooltip_glossary-tooltip] कोई रात बजती थी दूर शहनाई रोया पीकर बहुत शराब कोई कौन सा ज़ख्म किसने बख्शा है उसका रखे कहाँ हिसाब कोई फिर मैं सुनने लगा हूँ इस दिल की आने वाला है फिर [ithoughts_tooltip_glossary-tooltip content=”सज़ा”]अज़ाब[/ithoughts_tooltip_glossary-tooltip] कोई
क्यों डरें ज़िन्दगी में क्या होगा
क्यों डरें ज़िन्दगी में क्या होगा कुछ ना होगा तो तज़रूबा होगा हँसती आँखों में झाँक कर देखो कोई आँसू कहीं छुपा होगा इन दिनों ना-उम्मीद सा हूँ मैं शायद उसने भी ये सुना होगा देखकर तुमको सोचता हूँ मैं क्या किसी ने तुम्हें छुआ होगा
आज मैंने अपना फिर सौदा किया
आज मैंने अपना फिर सौदा किया और फिर मैं दूर से देखा किया ज़िन्दगी भर मेरे काम आए असूल एक एक करके मैं उन्हें बेचा किया कुछ कमी अपनी वफ़ाओं में भी थी तुम से क्या कहते कि तुमने क्या किया हो गई थी दिल को कुछ उम्मीद सी खैर तुमने जो किया अच्छा किया
अब अगर आओ तो
अब अगर आओ तो जाने के लिए मत आना सिर्फ एहसान जताने के लिए मत आना मैंने पलकों पे तमन्नाएँ सजा रखी हैं दिल में उम्मीद की सौ शम्मे जला रखी हैं ये हसीं शम्मे बुझाने के लिए मत आना प्यार की आग में जंजीरें पिघल सकती हैं चाहने वालों की तक़दीरें बदल सकती हैं… Continue reading अब अगर आओ तो
आप भी आइए
आप भी आइए हमको भी बुलाते रहिए दोस्ती ज़ुर्म नहीं दोस्त बनाते रहिए। ज़हर पी जाइए और बाँटिए अमृत सबको ज़ख्म भी खाइए और गीत भी गाते रहिए। वक्त ने लूट लीं लोगों की तमन्नाएँ भी, ख़्वाब जो देखिए औरों को दिखाते रहिए। शक्ल तो आपके भी ज़हन में होगी कोई, कभी बन जाएगी तसवीर… Continue reading आप भी आइए
तमन्ना फिर मचल जाए
तमन्ना फिर मचल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ यह मौसम ही बदल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ मुझे गम है कि मैने जिन्दगी में कुछ नहीं पाया ये ग़म दिल से निकल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ नहीं मिलते हो मुझसे तुम तो सब हमदर्द हैं मेरे ज़माना मुझसे जल जाए, अगर… Continue reading तमन्ना फिर मचल जाए
यही हालात इब्तदा से रहे
यही हालात [ithoughts_tooltip_glossary-tooltip content=”शुरु”]इब्तदा[/ithoughts_tooltip_glossary-tooltip] से रहे लोग हमसे ख़फ़ा-ख़फ़ा-से रहे बेवफ़ा तुम कभी न थे लेकिन ये भी सच है कि बेवफ़ा-से रहे इन चिराग़ों में तेल ही कम था क्यों गिला फिर हमें हवा से रहे बहस, शतरंज, शेर, [ithoughts_tooltip_glossary-tooltip content=”संगीत कला”]मौसीक़ी[/ithoughts_tooltip_glossary-tooltip] तुम नहीं रहे तो ये दिलासे रहे उसके बंदों को देखकर कहिये… Continue reading यही हालात इब्तदा से रहे