आँसू तो कोई आँख में लाया नहीं हूँ मैं / हिलाल फ़रीद

आँसू तो कोई आँख में लाया नहीं हूँ मैं जैसा मगर लगा तुम्हें वैसा नहीं हूँ मैं अब मुब्तला-ए-इश्क़ ज़्यादा नहीं हूँ मैं कहते हो तुम यही तो फिर अच्छा नहीं हूँ मैं ख़ूबी न हो कोई मगर इतना तो है ज़रूर झूठी लगे जो बात वो कहता नहीं हूँ मैं पानी पे बनते अक्स… Continue reading आँसू तो कोई आँख में लाया नहीं हूँ मैं / हिलाल फ़रीद

आँखों में वो ख़्वाब नहीं बसते, पहला सा वो होल नही होता / हिलाल फ़रीद

आँखों में वो ख़्वाब नहीं बसते, पहला सा वो होल नही होता अब फ़स्ल-ए-बहार नहीं आती और रंज ओ मलाल नहीं होता इस अक़्ल की मारी नगरी में कभी पानी आग नहीं बनता यहाँ इश्क़ भी लोग नहीं करते, यहाँ कोई कमाल नहीं होता हम आज बहुत ही परीशाँ हैं, इस वक़्त के फेर से… Continue reading आँखों में वो ख़्वाब नहीं बसते, पहला सा वो होल नही होता / हिलाल फ़रीद