हसरत ऐ जाँ शब-ए-जुदाई है मुज़दा ऐ दिल के मौत आई हैं फिर गया जब से वो सनम ब-ख़ुदा हम से बर्गश्ता इक ख़ुदाई है तुम मेरे कज़-कुलाह को देखो ये भला किस में मीरजाई है दिल में आता है राह-ए-चश्म से वो ख़ूब-ये राह-ए-आशनाई है ज़ाहिदो कुदरत-ए-ख़ुदा देखो बुत को भी दावा-ए-ख़ुदाई है काबे… Continue reading हसरत ऐ जाँ शब-ए-जुदाई है / फ़कीर मोहम्मद ‘गोया’
Category: Faqir Mohammad ‘Goya ‘
हर रविश ख़ाक उड़ाती है सबा मेरे बाद / फ़कीर मोहम्मद ‘गोया’
हर रविश ख़ाक उड़ाती है सबा मेरे बाद हो गई और ही गुलशन की हवा मेरे बाद क़त्ल से अपने बहुत ख़ुश हूँ वले ये ग़म है दस्त-ए-क़ातिल को बहुत रंज हुआ मेरे बाद मुझ सा बद-नाम कोई इश्क़ में पैदा न हुआ हाँ मगर कै़स का कुछ नाम हुआ मेरे बाद वो जो बर्गश्तगी-ए-बख़्त… Continue reading हर रविश ख़ाक उड़ाती है सबा मेरे बाद / फ़कीर मोहम्मद ‘गोया’