बदली कहाँ हालात की तस्वीर वही है / एहतराम इस्लाम

बदली कहाँ हालात की तस्वीर वही है करा है वही, पाँव की जंजीर वही है बदली हुई इस घर की हर इक चीज है लेकिन दीवार पे लटकी हुई तस्वीर वही है लहराते हैं हर लम्हा नए रंग के सपने हर चाँद की आखों में बसे पीर वही है जो कुछ भी दया दृष्टि से… Continue reading बदली कहाँ हालात की तस्वीर वही है / एहतराम इस्लाम

अग्नि-वर्षा है तो है हाँ बर्फ़बारी है तो है (ग़ज़ल) / एहतराम इस्लाम

अग्नि वर्षा है तो है हाँ बर्फ़बारी है तो है, मौसमों के दरमियाँ इक जंग जारी है तो है । जिंदगी का लम्हा लम्हा उसपे भारी है तो है, क्रांतिकारी व्यक्ति कुछ हो क्रांतिकारी है तो है । मूर्ति सोने की निरर्थक वस्तु है उसके लिए, मोम की गुड़िया अगर बच्चे को प्यारी है तो… Continue reading अग्नि-वर्षा है तो है हाँ बर्फ़बारी है तो है (ग़ज़ल) / एहतराम इस्लाम