क्या चीज़ें वही होती हैं
अंधेरों में
उजालों में होती हैं जैसी?
ख़ुद अपने से पूछो :
मैं क्या वही होता हूँ
तुम्हारे उजालों से जब
आता हूँ
ख़ुद के अंधेरों में !
क्या चीज़ें वही होती हैं
अंधेरों में
उजालों में होती हैं जैसी?
ख़ुद अपने से पूछो :
मैं क्या वही होता हूँ
तुम्हारे उजालों से जब
आता हूँ
ख़ुद के अंधेरों में !